कृषि विज्ञान केंद्र जिला स्तर पर बनाए गए कृषि विज्ञान केंद्र हैं, जिन्हें भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) द्वारा वैज्ञानिक अनुसंधान पर कृषि पद्धतियों के बीच अंतर को खत्म करने के उद्देश्य से शुरुआत की गई है। भारत में पहला कृषि विज्ञान केंद्र 1974 में पुडुचेरी में स्थापित किया गया था जिसकी नीव पांच वर्षीय योजना में रखी गई थी।
अब देश भर में उनकी संख्या में लगातार वृद्धि हुई है। कृषि विज्ञान योजना पूरी तरह से भारत सरकार द्वारा वित्तपोषित है; और कृषि केन्द्र, राज्य के कृषि विश्वविद्यालयों, कृषि अनुसंधान संस्थानों, और इसके अलावा जो भी सरकारी तथा गैर सरकारी विभाग ( Non Governmental Organisation) कृषि के विकास के लिए काम करते हैं उन सबको स्वीकृत किए गए हैं।
कृषि विज्ञान केंद्र नारायणगांव महाराष्ट्र ( Krishi Vigyan Center Narayangaon, Pune)
कृषि विज्ञान केंद्र, नारायणगांव, पुणे, महाराष्ट्र की स्थापना 1 जून, 2010 को पुणे जिले की 6 तहसीलों जिसमे जुन्नार, अम्बेगांव, खेड़, शिरुर, मावल और मुलशी शामिल हैं, जिसका उद्देश्य विभिन्न इलाकों के किसानों की ज़रूरतों के अनुसार विभिन्न कृषि गतिविधियों की देख रेख करना है। Krishi vigyan Kendra विभिन्न फसल उत्पादन तकनीकी प्रशिक्षण, फसल प्रदर्शन और खेत परीक्षणों के लिए भी कार्य करता है और ग्रामीण युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण आयोजित करता है और नई कृषि उत्पादन तकनीकों के लिए विस्तार कार्यों के रूप में काम करता है।
KVK Narayangaon 2024 Overview
Center Name कृषि विज्ञान केन्द्र नारायणगांव
स्थान : 4X29+8XV, वरुलवादी, नारायणगांव, पुणे, महाराष्ट्र 410504
स्थापना दिवस : 1 जून 2010
हेल्पलाइन नंबर : 0702877977
आधिकारिक वेबसाइट : kvknarayangaon.org
कृषि विज्ञान केन्द्र स्कीम 2024
कृषि विज्ञान केंद्र योजना भारत सरकार द्वारा संचालित की जाती है। इस योजना के तहत भारतीय सरकार वित्तीय सहायता प्रदान करती है। और इसमें केवीके कृषि विश्वविद्यालयों, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर ) संस्थानों, संबंधित सरकारी विभागों और कृषि के क्षेत्र में काम करने वाले गैर सरकारी संगठनों को स्वीकृत किए जाते हैं।
कृषि विज्ञान केन्द्र की भूमिका
कृषि विज्ञान केंद्र के द्वारा किए गए विभिन्न प्रयासों के माध्यम से आज वर्तमान समय में भारतीय किसानों की छवि में महत्वपूर्ण परिवर्तन होते दिख रहे हैं। जिनका उद्देश्य उत्पादकता बढ़ाना, स्थिरता सुनिश्चित करना और किसानों की आजीविका में सुधार करना है। इन सभी प्रयासों से बस भारत सरकार का एक ही लक्ष्य है कि किसान को आधुनिक तकनीक का पूरा लाभ प्रदान करना तथा उनकी आय को दोगुना करना।
इस योजना से न केवल किसानों को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है बल्कि किसानों को जिन भी कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है उनका हल करने के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहे हैं।
कृषि विज्ञान केन्द्र के कार्य
कृषि विज्ञान केन्द्र की गतिविधियों पर स्थानीय किसानों के फसल उत्पादन स्तर को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। इसके अंतर्गत किसानों को मृदा, जल, पौधे, उर्वरक परीक्षण, जैव-उर्वरक और जैव-कीटनाशक, जैसी विभिन्न कार्यों और सेवाएँ उपलब्ध कराता है। कृषि विज्ञान केंद्र, नारायणगांव का क्षेत्राधिकार 6 तहसीलों अर्थात जुन्नार, अम्बेगांव, खेड़, मावल, मुलशी, शिरुर से है।
नारायणगांव, पुणे में हर वर्ष विभिन्न फसल उगाई जाती है, जिनमें गन्ना, धान, ज्वार, बाजरा, चना, सोयाबीन, मूंगफली, सब्जियां, टमाटर, गोभी, फूलगोभी आदि शामिल हैं। इसके अलावा फल की फसलों की बात करे तो आम, केला, अनार आदि प्रमुख फासले शामिल हैं।
किसान विज्ञान केंद्र का उद्देश्य
किसान विज्ञान केंद्र का प्रमुख उद्देश्य कृषि की क्षेत्र में नई तकनीक और संसाधनों विज्ञान केंद्र बनाना है। और सभी किसानों को योग्यता के अनुसार कृषि उत्पाद से संबंधित सेवाए प्राप्त करना हैं। आज के समय में हर क्षेत्र में तकनीक एक अहम भूमिका निभा रही है, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) द्वारा विकसित कृषि विज्ञान केन्द्र पोर्टल नवाचार के एक प्रकाश स्तंभ के रूप में सामने आया है।
Kvknarayangaon.org पर उपलब्ध यह ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म किसानों को कृषि उत्पादकता बढ़ाने और टिकाऊ खेती के तरीकों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किसानों को सेवाएँ प्रदान करने के लिए इसको भारतीय सरकार द्वारा बनाया गया है। यह केंद्र भारत के कृषि क्षेत्र में एक अहम भूमिका निभाता है।
गतिविधियां:
कृषि विज्ञान केंद्र भारतीय सरकार के अंतर्गत सभी कृषि से संबंधित गतिविधियों पर ध्यान रखना है जिनमें से इसकी प्रमुख गतिविधियां निम्नलिखित है:-
जिले की कृषि अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के लिए सार्वजनिक, निजी और स्वैच्छिक क्षेत्र की पहलों को समर्थन देने के लिए कृषि प्रौद्योगिकियों के ज्ञान और संसाधन केंद्र के रूप में कार्य करना।
विभिन्न कृषि प्रणालियों के अंतर्गत आने वाली कृषि संबंधित तकनीक की सहायता से खेत का परीक्षण तथा आकलन करना।
वर्तमान की आधुनिक कृषि तकनीकी पर ज्ञान और कौशल को अद्यतन करने के लिए किसानो की क्षमता के विकास को अग्रसर करना।
जिन खेतों में किसान खेती करते हैं उनको प्रौद्योगिकी की सहायता से उत्पादन क्षमता को बढ़ाना तथा किसान की आय को दुगना करना।
FAQs on KvK Narayangaon 2024
केवीके नारायणगांव 2024 फोन नंबर क्या हैं?
कृषि विज्ञान केन्द्र नारायणगांव, पुणे का संपर्क नंबर 0702877977 हैं।
केवीके नारायणगांव पुणे 2024 की आधिकारिक वेबसाइट क्या है?
Kvknarayangaon.org